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Doctor Kaise Bane? बचपन से हम सब की एक सपना होता है, की हम डॉक्टर बन के देश और समाज की सेंवा करे. हम सब जानते है की डॉक्टर बनने के लिए बहुत पढाई करनी पढ़ती है और बहुत सारे पैसा लगता है, हमारे देश में एक अच्छी गाइडेंस न होने के कारण से युवा आ युवती इधर उधर भटकते है.

आज के इस ब्लॉग में हम स्टेप By स्टेप जानेगे की, डॉक्टर बनने के लिए कोन सा बिषय पढ़ना होगा? कितना पैसा खर्च होगा? कोन सा एंट्रेंस एग्जाम देना पडेगा? बिना एंट्रेंस एग्जाम के डॉक्टर कैसे बन सकते है? इंडिया के टॉप यूनिवर्सिटी जो की डॉक्टर के पढाई करता है?

पढाई करने के बाद डॉक्टर नौकरी के लिए कैसे अप्लाई करे? और सरकारी डॉक्टर कैसे बने? डॉक्टर बने बाद किया स्कोप है? हमारे देश और बिदेश में, कम शुल्क कैसे डॉक्टर के पढाई करे? डॉक्टर बनने के बाद बेतन कितना होगा? एक अच्छा जॉब प्रोफाइल और टॉप रिक्रूटर्स के बारे आज हम जानेंगे, डॉक्टर बनने की सपना आइये हमारे ब्लॉग के साथ करे शुरुआत।

Doctor बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?

डॉक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है

वैसे देखा जाये तो अगर आप डॉक्टर बना चाहते है, तो आप को बचपन से ही यह तय कर लेनी चाहिए की हमें डॉक्टर बना है और उस तरीके से आपने पढाई की तैयारी करनी चाहिए.

आप को अगर नहीं मालूम की डॉक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई पढ़नी पड़ती है. तो हम बता दे की 10th के क्लास में आप को मैथ, साइंस 65% इंग्लिश में 50% मार्क लाना जरुरी है और ओवर आल में 65% मार्क आना जरुरी है.

उसके बाद ग्यारहवीं में साइंस लें जिसमे की आपको फिजीस्क, और केमिस्ट्री पढ़नी होती हैं, आप अगर ग्यारहवीं मैथ & बोइलोजी पढ़ते है तो आप मेडिकल और इंजीनियर के फील्ड में जा सकते है.

उसके बाद बारहवीं में अच्छे नंबर से उत्तीर्ण करने के बाद NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) एग्जाम की तैयारी करनी पड़ती है.

NEET Exam Eligibility: Minimum Marks, Age Limit and

NEET एग्जाम के लिए अगर आप बारहवीं पीसीबी में 50 % मिनिमम मार्क्स होना चाहिए. आप आरक्षित वर्ग से आते है, तो मिनिमम 40% मार्क्स होनी चाहिए. उम्र सीमा में आप की उम्र 17-24 बर्ष और आप आरक्षित वर्ग के लिए 5 वर्ष का छूट मिलता है और आप के पास आधार कार्ड होना चाहिए.

फिर जा के आप NEET एग्जाम की परीक्षा में बैठ सकते है. NEET एग्जाम में उत्तीर्ण होने के लिए आप को 700 मार्क में से अगर आप जनरल केटेगरी में है.

तो एक अच्छे सरकारी College में एडमिशन पाने के लिए आप को कम से कम 550 -600 मार्क्स लाने होंगे, आप अगर OBC केटेगरी में आते है. तो आप को 700 में से 500-600 के बिच में नंबर मार्क्स लाने होने वही अगर आप SC/SCT केटेगरी से आते है.

तो आप को 450 से ज्यादा नंबर मार्क्स लाने होंगे, आप सारी एग्जाम को क्लियर कर लेते है.

तब आप जाके एक अच्छे सरकारी कॉलेज में पढ़ सकते है. आपको साढ़े चार साल पढ़ाई करनी होती है. इसके बाद इंटर्नशिप पूरी करके आपको डिग्री मिलती है. लेकिन इसके बाद एक रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस होता है. यानि आपने जो कोर्स किया उससे रिलेटेड काउंसिल में आपको अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है.

इसके बाद ही आप आगे जाॅब या प्रेक्टिस कर सकते हैं. उसके बाद में आप को MBBS के स्टूडेंट्स मेडिकल काउंसिल और BDS के स्टूडेंट्स डेंटल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराते हैं. इसी तरह अन्य कोर्स के लिए भी उनकी संबंधित काउंसिल में रजिस्ट्रेशन जरूरी है.

Doctor Kaise Bane? स्टेप By स्टेप गाइड

Doctor Kaise Bane
  • 10th के बाद फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी सब्जेक्ट लें.
  • अच्छे नंबरों से बारहवीं पास करें।
  • NEET (UG) एग्जाम की तैयारी करें।
  • NEET एग्जाम क्वालीफाई करें।
  • मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लें।
  • साढ़े चार साल का मेडिकल कोर्स करें
  • फाइनल इयर के बाद इंटर्नशिप करें।
  • मेडिकल काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करें।
  • आगे की पढ़ाई जारी रखें या फिर प्राइवेट प्रेक्टिस या जॉब की तैयारी शुरु करें।

डाॅक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करें?

डाॅक्टर बनने के लिए कौन सा कोर्स करें

डॉक्टर बनने के लिए किसी भी स्टूडेंट को सबसे पहले कक्षा 10 वीं पास होना पड़ता है, फिर उसके बाद आगे उन्हें क्लास 12th Science (PCB) बिषय से पास होना पड़ता है. तभी वे डॉक्टर बनने के लिए MBBS कोर्स में अपना नाम एडमिशन करा सकते हैं.

किसी भी स्टूडेंट को एक डॉक्टर बनने के लिए MBBS कोर्स करना अनिवार्य होता है. परंतु अगर वे दांत के डॉक्टर बनना चाहते हैं, या फिर आयुर्वेद डॉक्टर बनना चाहते हैं. तो उनके पास कोर्स के तौर पर BAMS, BHMS, B pharma जैसे ऑप्शन्स होते हैं. वे इन सब कोर्स को करके भी एक अच्छा डॉक्टर बन सकते हैं.

परंतु दोस्तों डॉक्टर बनने के लिए सबसे अच्छा कोर्स के लिस्ट में MBBS ही आता है. आपकी जानकारी के लिए आपको मैं बता दूं कि MBBS कोर्स में एडमिशन के लिए आपको पहले NEET एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है. फिर उसमें आये अंक के अनुसार ही आप आगे MBBS में एडमिशन ले सकते हैं.

अगर आप MBBS के अलावा BDS/BHMS/BUMS जैसे कोर्स करते हैं. तो फिर भी आपको NEET क्वालीफाई करना पड़ता है. कुछ ही ऐसे प्राइवेट मेडिकल कॉलेज होंगे जो आपको बिना नीट एंट्रेंस एग्जाम दिए है, BDS/BHMS/BUMS जैसे कोर्सेस के लिए आपको एडमिशन दे दे.

डॉक्टर बनने के लिए अनिवार्य स्किल्स

डॉक्टर बनने के लिए अनिवार्य स्किल्स

डॉक्टर बनने के लिए हमें पढाई के आलावा कुछ बाहरी स्किल्स की भी जरूरत पड़ती है. जैसे की एक अच्छा संचार स्किल्स आज के समय में संचार स्किल्स होना बहुत ही जरूत है.

यह स्किल्स से आप किसी से अच्छे से बात कर सकते हैं, आप अच्छे से किसी को कुछ बता सकते है.

एक डॉक्टर के लिए, अच्छे संचार कौशल उन्हें रोगियों से आसानी से संपर्क करने, अन्य डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों के साथ प्रबंधन और समन्वय करने और उनके परिवार के सदस्यों के साथ रोगी की स्थिति पर चर्चा करने और समझाने में मदद कर सकते हैं.

एक अच्छे मजबूत कार्य नीति आप मानव सेवा में अपना जीवन को दे. आपको एक मजबूत कार्य निति को आपने के आगे बढ़ना पडेगा और रोगी के जीवन को अपनी प्राथमिकता बनानी चाहिए.

यह एक ऐसा पेशा है जहां आपको देर रात तक काम करना पड़ता है, जहां छुट्टियां मिलना मुश्किल होता है. एक डॉक्टर के लिए, किसी भी व्यक्तिगत समस्या, आप कितने थके हुए हैं और दोस्त या परिवार के साथ किसी योजना के बावजूद काम करने के लिए खुद को 100% समर्पित करना महत्वपूर्ण है.

एक टीम के रूप में काम करने के क्षमता होनी चाहिए। आप एक ऐसे संगठन में काम करने जा रहे है. जो की बिना टीम वर्क के हो नहीं सकता है आप को रह एक कर्मचारी के साथ टीम वॉर्क के साथ में काम करना पड़ेगा.

अपने मरीज को सर्वोत्तम इलाज दिलाने के लिए आपको अन्य लोगों के साथ अच्छा सहयोग करने और एक टीम के रूप में काम करने में सक्षम होना चाहिए.

ऐसे समय हो सकते हैं जब आप अपनी टीम द्वारा लिए गए किसी निर्णय से असहमत हों, लेकिन इसका असर अपने मरीज पर न पड़ने दें और चिंताओं को विनम्रता और पेशेवर तरीके से उठाकर इसका समाधान किया जाना चाहिए.

देखभाल करने बाले उन्हें स्वाभाविक रूप से आवेदकों की देखभाल करने वाला होना चाहिए. कई आवेदकों की चिकित्सीय स्थिति ऐसी होती है, कि उन्हें जांच करानी पड़ती है और इस उद्देश्य के लिए स्क्रीनिंग कराना रोगियों के लिए थकाऊ हो सकता है. आपको आपातकालीन स्थिति या मेडिकल गार्जियन की चेतावनी के मामले में त्वरित प्रतिक्रिया देने की भी आवश्यकता है.

टॉप इंडियन यूनिवर्सिटीज

वैसे तो हम सब की सपना होता है की इंडिया के टॉप कॉलेज यूनिवर्सिटी में पढ़े. उसके लिए हमें यह जाना बहुत ही जरुरी है की इंडिया के टॉप मेडिकल यूनिवर्सिटी कहाँ है, और कौनसा है.

NIRF द्वारा रैंकिंग 2023 में भारत के टॉप 10 मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट

  • रैंक 1 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली
  • रैंक 2 पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़
  • रैंक 3 क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर
  • रैंक 4 राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान बैंगलोर
  • रैंक 5 जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च पुदुचेरी
  • रैंक 6 अमृता विश्व विद्यापीठम कोयंबटूर
  • रैंक 7 संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ
  • रैंक 8 बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी
  • रैंक 9 कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज, मनिपाल
  • रैंक 10 श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी तिरुवनंतपुरम
  • डॉक्टर बनने में कितना पैसा लगता है?
 भारत में डॉक्टर बनने के लिए आप सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी से डॉक्टर की पढाई कर सकतै हैं।भारत में अगर आप एक एमबीबीएस डॉक्टर बनना चाहते हैं तो आपको लगभग १५  से २०  लाख तक का खर्चा आसानी से आ सकता है। 

आप किसी बड़े मेडिकल कॉलेज में जाएंगे तो यह खर्च 30 से 40 लाख या उससे भी ज्यादा तक जा सकता है. असल में एक्सएक्ट खर्च या कहें, कि MBBS की फ़ीस आपके कॉलेज पर निर्भर करती है.

MBBS भारत में डॉक्टर की सबसे कॉमन डिग्री है, और एक डॉक्टर बनने के लिए आपके पास कम से कम एमबीबीएस तो होना ही चाहिए. हालांकि इसके समकक्ष की और भी कई डिग्रियां जैसे कि BHMS, BDS, BAMS, BUMS आदि है. लेकिन यदि आप एक सर्जन बनना चाहते हैं तो आप MBBS ही करेंगे, जिसमें आपको आसानी से इतने तक का खर्चा आ जाएगा.

एक डॉक्टर किसे कहते हैं? यह तो हम सब जानते ही हैं, जो व्यक्ति बीमारियों का इलाज करता है वह डॉक्टर होता है। डॉक्टर में भी अलग-अलग प्रकार होते हैं, जैसे जनरल फिजिशियन या किसी विशेष क्षेत्र में स्पेशलिस्ट।

बात करें डॉक्टर बनने में होने वाले खर्च की तो यह मुख्यतः वह रकम होती है. जो आप अपने मेडिकल कॉलेज को फीस के तौर पर देते हैं। कोई भी कोर्स करने के लिए हमें उसकी फीस देनी ही होती है, और मेडिकल की पढ़ाई के लिए भी यही बात है।

डॉक्टर बनने के लिए मुख्यत: लोग एमबीबीएस का ही कोर्स करते हैं, जो कि एक महंगा कोर्स है। डॉक्टर बनने के लिए खर्च की रकम कितनी होगी यह निर्भर करता है कि आप कहां से अपना मेडिकल कोर्स पूरा करते हैं।

मतलब यह है कि आप सरकारी मेडिकल कॉलेज से पढ़ाई करते हैं, या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज से।जाहिर है हर छात्र चाहेगा कि वह कम से कम खर्च में अपने मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर ले, पर साथ ही एक अच्छे कॉलेज से पढ़ाई भी जरूरी है.

ताकि विद्यार्थी सही नॉलेज ले सके, दूसरे किसी भी कोर्स की तरह मेडिकल की फ़ीस भी सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में अलग-अलग होती है. जाहिर है सरकारी कॉलेज में कम खर्च के साथ आप अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं. जबकि एक अच्छे प्राइवेट कॉलेज में आपको काफी ज्यादा फीस देनी पड़ती है।

इसके अलावा मैनेजमेंट कोटा और स्कॉलर्शिप जैसे ऑप्शन भी हैं. अभी राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा बहुत सारी छात्रवृत्ति की योजनाएं शुरू की गई हैं, जिसके जरिए मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे कोर्स पढ़ने के लिए सरकार आपको छात्रवृत्ति देती है।

कम पैसे में डॉक्टर कैसे बनें?

हमने ऊपर डॉक्टर बनने के लिए होने वाले खर्च की बात की, सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में मेडिकल कोर्स के लिए कितना पैसा लगता है, इस बात का आपको एक औसत आईडिया लग गया होगा।

पर बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनकी परिवारिक आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती, वे अपने सरकारी कॉलेज की फीस भी नहीं दे सकते हैं। ऐसे में एक ही सवाल रहता है कि कम से कम खर्च में डॉक्टर कैसे बना जा सकता है।

और मैनली इसका जवाब भी यही है कि अच्छे से पढ़ाई के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं होता। गरीब परिवार से होने पर अच्छे से पढ़ाई करके एंट्रेंस एग्जाम में अच्छे से अच्छे नंबर लाकर स्कॉलर्शिप पाकर कम से कम खर्च में डॉक्टर बनना ही एकमात्र विकल्प है।

आप जितनी मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई करेंगे एंट्रेंस एग्जाम आदि में उतना ही अच्छा परफॉर्म करेंगे, जिससे की आपको अपने डॉक्टर पढ़ाई के लिए एक अच्छा सरकारी कॉलेज मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

जानिए अनुमानित सैलरी के बारे में

Doctor ki salary

हमारे देश मे ज्यादातर विद्यार्थी एमबीबीएस करके सरकारी डॉक्टर ही बनना चाहते हैं। हमारे देश में दो तरह के सरकारी डॉक्टर होते हैं, एक जो केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले अस्पतालों में डॉक्टर होते हैं और एक राज्य सरकार के अधीन होते हैं।

हालंकि एक समान ही ग्रेड होने के कारण दोनों की सैलरी में ज्यादा का अंतर नहीं होता हैं। आप अगर MBBS/MD की बात करे तो कुछ ही सलारी मे फरक होता है। परन्तु MD डाक्टर की सलारी ज्यादा होता है।

आज के समय में एक सरकारी MBBS डॉक्टर को 60 हजार रुपये प्रतिमाह, स्पेशलिस्ट डॉक्टर को 100000 और विशेषज्ञ (डिग्री) वाले सरकारी डॉक्टर को 125000 रुपए दिए जाने का प्रावधान है।

वर्तमान में MBBS/MD डॉक्टरों का वेतनमान 15600 -39100 जबकि ग्रेड पे 5800 है। वहीं प्रमोशन होने के बाद वेतनमान 15600 -39,900 और ग्रेड पे 6600 हैं।

फिर समय-समय पर हर विभाग की तरह डॉक्टरों के search वेतन में भी वृद्धि तो होती ही रहती है। Private में भी mbbs doctors की सैलरी में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता।

कुछ अस्पतालों में shifts के हिसाब से पैसे मिलते हैं, और यह भी लगभग 60-70 हज़ार रुपए प्रति महीने तक हो जाता है.

डॉक्टर कैसे बनाये? इस सवाल का जवाब इस पोस्ट दिया गया है. इसमें डॉक्टर बनने के लिए सभी जानकारी जैसे एलिजिब्लिटी, स्किल्स, कोर्स, डिग्री और सैलरी के बारे में, ऐसे में अगर डॉक्टर बनने का इच्छा रखते है. तो यह पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल होगा और My Students Helpline ब्लॉग के डॉक्टर बनने की पूरी जानकारी पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करे.

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